Saturday, 30 December 2017

11 हजार लिंगी भगवान शिव के इस भव्य प्रांगण में आयोजित इस धार्मिक समारोह के समापन अवसर पर चित्रकूट धाम से पधारे स्वामी सनकादिक महराज ने अपने उदबोधन में कहा कि यदि इस देश में सुख शांति और समृद्धि की जरूरत हो तो पहले हमें धर्म को मजबूती के साथ अपनाना होगा, जो गौवें इधर-उधर भटक रही हैं

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